अमरीका के बैंकों और दूसरे वित्तीय संस्थानों के बोर्डरूमों में बैठने वाले अरबपति अमीरों के न्यू यॉर्क स्थित घरों के सामने सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने 11 अक्तूबर, 2011 को जुलूस निकाला।
प्रदर्शनकारी नारे लगा रहे थे, “बैंकों को बचा लिया, हमें डुबा दिया” और “अरे तुम अरबपतियों, अपना उचित हिस्सा चुकाओ”। उनकी तख्तियों पर लिखा था “हम 99 प्रतिशत हैं।”
अमरीका के बैंकों और दूसरे वित्तीय संस्थानों के बोर्डरूमों में बैठने वाले अरबपति अमीरों के न्यू यॉर्क स्थित घरों के सामने सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने 11 अक्तूबर, 2011 को जुलूस निकाला।
प्रदर्शनकारी नारे लगा रहे थे, “बैंकों को बचा लिया, हमें डुबा दिया” और “अरे तुम अरबपतियों, अपना उचित हिस्सा चुकाओ”। उनकी तख्तियों पर लिखा था “हम 99 प्रतिशत हैं।”
17 सितम्बर से, प्रदर्शनकारी मेनहेट्टन के दक्षिणी भाग में, वॉल स्ट्रीट के नज़दीक एक बाग में डेरा डाले हुये हैं। वे आर्थिक मंदी में अमरीकी सरकार द्वारा बैंकों के मुनाफे को बचाने की आर्थिक सहायता के खिलाफ़ लामबंध हो रहे हैं, जबकि उनको बेरोजगारी और रोजगार की असुरक्षा का समाना, बिना किसी मदद के, करना पड़ रहा है। इस विरोध को “वॉल स्ट्रीट पर कब्जा जमाओ” का नाम दिया गया है।
यह विरोध अमरीका के अनेक शहरों में फैल रहा है और इसमें मज़दूरों व नौजवानों के विभिन्न तबके हिस्सा ले रहे हैं। मिली खबरों के अनुसार, अमरीका और दुनिया के दूसरे भागों में 1400 शहरों में रैलियां की जा चुकी हैं। 13 अक्तूबर, को अमरीका के 56 विश्वविद्यालयों के परिसरों में छात्रों ने प्रदर्शनों की योजना बनायी है।