12 सितम्बर, 2011 को शाम 4 बजे से हरियाणा के मानेसर के आईएमटी स्थित मुंजाल शोवा के मजदूरों ने स्थायी किये जाने की मांग को लेकर कंपनी के अंदर ही हड़ताल का बिगुल बजा दिया।
12 सितम्बर, 2011 को शाम 4 बजे से हरियाणा के मानेसर के आईएमटी स्थित मुंजाल शोवा के मजदूरों ने स्थायी किये जाने की मांग को लेकर कंपनी के अंदर ही हड़ताल का बिगुल बजा दिया।
ज्ञात रहे कि मुंजाल शोवा, शॉकर बनाने वाली दुनिया की जानी-मानी कंपनी है। इसका एक और प्लांट गुड़गांव में स्थित है। यह मारूती उद्योग, होंडा सील, होंडा स्कूटर, हीरो होंडा मोटर्स तथा दो-तीन पहियों वाली गाडि़यों के निर्माता हीरो समूह को शॉकर आपूर्ति करती है। मुंजाल का जापान समूह की शोवा कंपनी के साथ तकनीकी गठबंधन है।
इस कंपनी में काम करने वाले अधिकांश मजदूर तकनीकी प्रशिक्षित हैं। प्रशिक्षण के नाम पर कम से कम तनख्वाह पर इन मजदूरों का वर्षों तक शोषण किया जाता है। जैसे ही मजदूर स्थायी किये जाने की बात करते हैं, उन्हें कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है। इसी तरह से ठेके पर काम करने वाले मजदूरों की इसमें भरमार है। हरियाणा प्रशासन, पुलिस और श्रम विभाग से कंपनी प्रबंधन मिलकर, मजदूरों की आवाज़ को दबाने में बहुत ही कुख्यात है।
बीते मई महीने में इसके प्रबंध निदेशक योगेश मुंजाल ने मानेसर औद्योगिक मॉडल टाउनशीप में एक और संयंत्र की स्थापना के लिए हरियाणा सरकार से 10 एकड़ के भूखंड की मांग की है। मारूती-सुजुकी कारपोरेशन की ओर से,शॉकर आपूर्ति का प्रस्ताव है। योगेश मुंजाल ने दावा किया कि यह एक मुनाफा कमाने वाली कंपनी है।
मजदूरों की तकनीकी कुशलता और उनकी मेहनत को इस तरह लूटकर, निश्चित ही पूंजीपति मोटे मुनाफे कमा रहे हैं।
मजदूर एकता लहर के संवाददाता जब रात को 8 बजे वहां पहुंचे, तो पाया कि कंपनी के हजारों मजदूरों के उत्साह और खुशी का ठिकाना न था जब मारूती-सुजुकी इंप्लाइज यूनियन, मजदूर एकता कमेटी, सीटू, एटक, आदि के प्रतिनिधि उनके समर्थन में, फैक्ट्री गेट से अंदर घुसे और उनकी सभा को संबोधित करते हुये उनका हौसला बढ़ाया।