6 सितम्बर, 2011 के दिन, इटली की सरकार के “कठोर” कदमों के विरोध में इटली के मेहनतकश लोगों ने एक-दिवसीय आम हड़ताल की।
6 सितम्बर, 2011 के दिन, इटली की सरकार के “कठोर” कदमों के विरोध में इटली के मेहनतकश लोगों ने एक-दिवसीय आम हड़ताल की।
यूनान, स्पेन व दूसरे देशों के लोगों के जैसे ही, इटली के लोग भी अपनी सरकार द्वारा संकट का बोझ, “कठोर” कदमों के जरिये, मेहनतकश लोगों पर लादने का कड़ा विरोध कर रहे हैं। इटली में सरकार ने 45 खरब यूरो के “कठोर” कदमों के पैकेज की घोषणा की है – परन्तु लोगों के लगातार विरोध की वजह से उसे कई प्रावधानों को वापस लेना पड़ा। 6 सितम्बर की हड़ताल के दौरान, विमान, रेलगाड़ी और बस सुविधायें ठप्प हुईं और सरकारी दफ्तरों के साथ अधिकांश दफ्तर बंद रखे गये।
मेहनतकश लोगों और उनकी यूनियनों ने मांग रखी कि मज़दूरों की छंटनी आसान करने वाले प्रस्ताव को खारिज करना होगा। विरोध-प्रदर्शनों के कारण, सरकार को पेंशन सुधारों और छोटे नगरों में स्थानीय परिषदों को खारिज करने के कदमों को पीछे लेना पड़ा। साथ ही सरकार को, 3 लाख यूरो (करीब 2 करोड़ रु.) सालाना आमदनी वालों पर सम्पत्ति कर बढ़ा कर 3प्रतिशत करना पड़ा और कर-चोरी करने वाले अमीरों पर कड़ी कार्यवाई करने पर बाध्य होना पड़ा।