पंजाब के मानसा जिले के गांव गोविन्दपुरा में जबरदस्ती भूमि अधिग्रहण के खिलाफ़ पिछले तीन हफ्ते से चलाये जा रहे संघर्ष में 2 अगस्त को एक नया मोड़ आ गया, जब पुलिस द्वारा किसानों पर किये गये लाठी चार्ज में एक किसान की मौत हो गयी। मानसा की ओर जा रहे किसानों के काफिले पर धनौला के नजदीक के गांव कोटदुन्ना में पुलिस द्वारा अंधाधुंध लाठीचार्ज में अनेकों किसान गंभीर रूप से जख़्मी हो गये और एक किसान की म
पंजाब के मानसा जिले के गांव गोविन्दपुरा में जबरदस्ती भूमि अधिग्रहण के खिलाफ़ पिछले तीन हफ्ते से चलाये जा रहे संघर्ष में 2 अगस्त को एक नया मोड़ आ गया, जब पुलिस द्वारा किसानों पर किये गये लाठी चार्ज में एक किसान की मौत हो गयी। मानसा की ओर जा रहे किसानों के काफिले पर धनौला के नजदीक के गांव कोटदुन्ना में पुलिस द्वारा अंधाधुंध लाठीचार्ज में अनेकों किसान गंभीर रूप से जख़्मी हो गये और एक किसान की मौत हो गयी। मृत किसान सुरजीत सिंह (आयु 55 वर्ष) गांव हमीदी का निवासी था। मौके से मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने मानसा की ओर जा रहे किसानों के काफिले को घेरकर उन्हें 2 किलोमीटर तक खेतों में भगाया और उन पर अंधाधुंध लाठीजार्च किया।
वर्णन योग्य है कि यह संघर्ष पंजाब सरकार की तरफ से किसानों की जमीन का सस्ते भाव में अधिग्रहण करके एक निजी कंपनी, पियूना पावर लि. को अपना थर्मल पावर प्लांट लगाने के लिये दिये जाने के खिलाफ़ चलाया जा रहा है। इस संघर्ष की अगुवाई पंजाब के 17किसान व मजदूर संगठन कर रहे हैं।
मजदूर एकता लहर किसानों के इस जायज़ संघर्ष का पूरा-पूरा समर्थन करती है और उन पर पंजाब पुलिस के इस खूंखार हमले की सख्त निंदा करती है।