27 जुलाई, 2011 को राजस्थान के जिला हनुमानगढ़ की भादरा पंचायत समिति में, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा सभा में अपनी सरकार का गुणगान करने पर, पत्रकार दीर्घा में बैठे लोक राज संगठन के सर्व-हिन्द उपाध्यक्ष हनुमान प्रसाद ने खड़े होकर, उन्हें बीच में टोकते हुए सड़क, बिजली और पानी की समस्याओं पर ध्यान दिलाया। पुलिस के बीच-बचाव में मुख्यमंत्री द्वारा मांगपत्र पर विचार करके समस्याओं के निराकरण के आश्
27 जुलाई, 2011 को राजस्थान के जिला हनुमानगढ़ की भादरा पंचायत समिति में, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा सभा में अपनी सरकार का गुणगान करने पर, पत्रकार दीर्घा में बैठे लोक राज संगठन के सर्व-हिन्द उपाध्यक्ष हनुमान प्रसाद ने खड़े होकर, उन्हें बीच में टोकते हुए सड़क, बिजली और पानी की समस्याओं पर ध्यान दिलाया। पुलिस के बीच-बचाव में मुख्यमंत्री द्वारा मांगपत्र पर विचार करके समस्याओं के निराकरण के आश्वासन पर ही वे अपने आसन पर बैठे।
ज्ञात रहे कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व उसका मंत्रीमंडल 25, 26, 27 जुलाई को मुख्यमंत्री बीपीएल आवास योजना व इंदिरा आवास योजनान्तर्गत स्वीकृति पत्र का आवंटन कर, अपनी पार्टी व मुख्यमंत्री बतौर खुद के प्रचार का नाटक कर रहा था।
इस गर्मी और उमस भरे माहौल में मुख्यमंत्री द्वारा जिला कलेक्टरों, उपखण्ड अधिकारियों, विकास अधिकारियों, प्रधान, जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, पंच, सरपंच व कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं को विशेषकर महिलाओं की भीड़ जुटाने का आदेश दिया गया था। इस तरह करोड़ों रुपये की फिजूल खर्ची का लोक राज संगठन ने सैकड़ों लोगों के साथ प्रदर्शन करके विरोध किया। इस मौके पर ‘राजनीतिक नाटकबाजी बंद करो!’, ‘लोक राज का गठन करो!’, ‘समाजवाद जिंदाबाद!’, ‘पूंजीवाद हो बर्बाद!’, ‘भूमि अधिग्रहण बंद करो!’, ‘नहरों में पानी पूरा दो!’, ‘सत्ता से दूर करो पूंजीपतियों के दलालों को!’, आदि नारों की गूंज सुनाई दी।
उसी दिन शाम चार बजे संसदीय सचिव व हनुमान गढ़ जिले के प्रभारी मंत्री निमालाल निमामा द्वारा नोहर स्टेडियम मैदान में हजारों महिला-पुरुषों की उपस्थिति में बीपीएल परिवारों की महिलाओं को आवासीय स्वीकृति पत्र आवंटन करने की आड़ में राजनीतिक लाभ लिये जाने के खिलाफ़ लोक राज संगठन के सर्व-हिन्द उपाध्यक्ष हनुमान प्रसाद शर्मा के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया।
इस प्रदर्शन में किसान-मजदूर-व्यापारी संघर्ष समिति के अध्यक्ष मदन बेनीवाल, सरपंच यूनियन के प्रदेश मंत्री ओम साहू, ईंट-भट्टा यूनियन और मजदूर एकता कमेटी, नोहर के अध्यक्ष नियामत अली, प्रगतिशील मुस्लिम संगठन नोहर के अध्यक्ष महबूब, संयुक्त छात्र संघर्ष समिति के मनोज चोटिया, बार एसोसियेशन के अध्यक्ष कनीराम बेनीवाल व निशुल्क विधिक परामर्श समिति के अध्यक्ष संतलाल तिवाड़ी सहित एक दर्जन अधिवक्ता शामिल थे।
प्रतिनिधिमंडल व लोक राज संगठन के तहसील सचिव का. गणेश सैनी की अगुवाई में, निम्नलिखित मांगों का ज्ञापन प्रस्तुत कर संयुक्त संघर्ष करने का निर्णय लिया गया।
ज्ञापन में मुख्य मांगे इस प्रकार थीं:
- भूमि अधिग्रहण पर रोक लगाओ।
- बालसंबंध से रावतसर तक मेगा हाईवे का निर्माण करो।
- अमर सिंह ब्रांच, नोहर फीडर सिद्धमुख नहर को पूरा पानी देने के लिये नहरों की सिल्ट (गाद) निकालो।
- नोहर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को 100बिस्तरों में क्रमोन्नत करो।
- बिजली, पानी के नव-उपभोक्ताओं को कनेक्शन दो।
- बिजली कटौती बंद करो।
- नोहर को जिला बनाओ।
- गोगामेडी मेले में शाम 8बजे के बाद शराब की बिक्री बंद करो।
- हनुमानगढ़ जिले और चुरू जिले का न्यायिक क्षेत्र हाई कोर्ट जयपुर पीठ से जोड़ो।
लोक राज संगठन ने श्रीमति नर्मदा बिहाणी राजकीय महाविद्यालय, नोहर में चल रहे संयुक्त छात्र संघर्ष समिति के आंदोलन का सक्रियता के साथ समर्थन करने के निर्णय के साथ, सभी स्कूलों और कालेजों में सीटें बढ़ाकर कालेज में लेक्चरर के रिक्त पदों को भरने के लिये प्रशासन को पत्र लिखा।