कर्नाटक के हजारों ”कर्नाटक के हजारों ”असंगठित क्षेत्र” के मजदूरों, यानि जिन पर कोई श्रम कानून नहीं लागू होते, में 24 नम्बर को बैंगलोर में विरोध प्रदर्शन किया।
ठेके की मजदूरी की प्रथा की निंदा करते हुये, मजदूरों ने न्यूनतम वेतन में वृध्दि, सभी मजदूरों को राशन कार्ड तथा प्रत्येक प्ररिवार को 2 रुपये प्रति किलो ग्राम चावल की मांग की।
आटो चालकों, आंगनवाड़ी कर्मचारियों, बीड़ी मजदूरों, वस्त्र कर्मचारियों, कुलियों, निर्माण मजदूरों आदि ने रैली में भाग लिया। मजदूरों ने ठेकेदारी प्रथा को रद्द करने और ठेके के मजदूरों को नियमित करने की मांग की। उन्होंने सभी मजदूरों के लिये आवास तथा झुग्गी वासियों के लिये नि:शुल्क स्थान की भी मांग की है। उन्होंने अधिकारियों से श्रम कानूनों को सख्ती से लागू करने की मांग की है।