15 जुलाई, 2011 को मोर्मुगोवा पोर्ट ट्रस्ट (एम.पी.टी.) में काम करने वाले मजदूरों ने हड़ताल किया। इस हड़ताल का ऐलान एम.पी.टी. के 6मजदूर संगठनों ने किया। यह हड़ताल मैकेनिकल और हैन्डलिंग प्लांट (एम.ओ.एच.पी.) बर्थ नम्बर 11, तथा “मूरिंग डॉलफिन्स” के निजीकरण के प्रस्ताव के खिलाफ़ की गयी। एम.पी.टी. का मैनेजमेंट यह कह कर निजीकरण को सही ठहरा रहा है कि एम.ओ.एच.पी. में घाटा हो रहा है।
15 जुलाई, 2011 को मोर्मुगोवा पोर्ट ट्रस्ट (एम.पी.टी.) में काम करने वाले मजदूरों ने हड़ताल किया। इस हड़ताल का ऐलान एम.पी.टी. के 6मजदूर संगठनों ने किया। यह हड़ताल मैकेनिकल और हैन्डलिंग प्लांट (एम.ओ.एच.पी.) बर्थ नम्बर 11, तथा “मूरिंग डॉलफिन्स” के निजीकरण के प्रस्ताव के खिलाफ़ की गयी। एम.पी.टी. का मैनेजमेंट यह कह कर निजीकरण को सही ठहरा रहा है कि एम.ओ.एच.पी. में घाटा हो रहा है।
हड़ताल में शामिल संगठन थे मोर्मुगोवा पोर्ट एण्ड रेलवे वर्कस यूनियन, गोवापोर्ट एण्ड डॉक एम्पलाइज़ यूनियन, मोर्मु गोवा वाटर फ्रंट वकर्स यूनियन, एम.पी.टी. एम्पलाइज यूनियन, गोवा पोर्ट एण्ड डोक वकर्स आर्गनाइजेशन और डोक एम्पलाइज़ यूनियन।