मानेसर स्थित मारूती-सुजुकी प्लांट के मजदूरों की इच्छा के खिलाफ़, प्रबंधक ने 16 जुलाई, 2011 को कंपनी द्वारा मान्यता प्राप्त यूनियन के पदाधिकारियों का चुनाव आयोजित किया।
मानेसर स्थित मारूती-सुजुकी प्लांट के मजदूरों की इच्छा के खिलाफ़, प्रबंधक ने 16 जुलाई, 2011 को कंपनी द्वारा मान्यता प्राप्त यूनियन के पदाधिकारियों का चुनाव आयोजित किया।
“प्रबंधकों ने मानेसर प्लांट से 3 उम्मीदवारों को खड़ा किया है। चुनाव की तैयारी हो गई है पर हमारे कोई भी सदस्य इसमें भाग नहीं ले रहे हैं”, मारूती-सुजुकी इंप्लाइज यूनियन के महासचिव शिव कुमार ने चुनाव से एक दिन पहले मजदूर एकता लहर के संवाददाताओं को बताया।
चुनावों के नतीजे प्रबंधकों के मुंह पर एक तमाचा था।
मानेसर प्लांट के 3000 से अधिक मजदूरों में सिर्फ 6 मजदूरों ने वोट डाले। बाकी मजदूरों ने चुनाव का बहिष्कार किया।
“आज का चुनाव पूरा फरेब है और हम इसमें कोई भाग नहीं ले रहे हैं। हम अपने अलग यूनियन की मांग करते रहेंगे और आने वाले दिनों में अपने संघर्ष को और तेज करेंगे”, मारूती-सुजुकी इंप्लाइज यूनियन के अध्यक्ष सोनू गुर्जर ने कहा।
याद रखा जाये कि मानेसर स्थित मारूती-सुजुकी प्लांट के मजदूरों ने 4 जून, 2011 से शुरु करके लगातार 13 दिन तक हड़ताल की थी, जिसमें उन्होंने अपने लड़ाकू यूनियन, मारूती-सुजुकी इंप्लाइज यूनियन को मान्यता दिलाने की मांग की थी।
इन दिनों कंपनी के गुड़गांव प्लांट में भी मजदूरों का विरोध संघर्ष जारी है। इस गुड़गांव प्लांट में तीन महीने की हड़ताल को कुचलने के बाद मजदूरों के अधिकारों पर हमला करने के लिये कपंनी द्वारा मान्यता प्राप्त यूनियन की स्थापना की गई थी। हाल के चुनावों के बाद गुड़गांव प्लांट के कई कार्यकर्ताओं ने मजदूर एकता लहर के संवाददाता को बताया कि वे प्रबंधकों के आदेश का पालन नहीं करेंगे, इसके बजाय वे मानेसर प्लांट के मजदूरों के साथ मिलकर मारूती-सुजुकी के सभी मजदूरों के हितों के लिए काम करेंगे।