श्रमिकों ने आई.एम.टी. मानेसर में अपनी ताकत दर्ज़ की
25 जुलाई, 2011 को हरियाणा के औद्योगिक जिला, गुड़गांव स्थित आई.एम.टी. मानेसर में होंडाकांड की छठी बरसी के अवसर पर, संयुक्त संघर्ष समिति-गुड़गांव, बावल, धारूहेड़ा, रेवाड़ी ने रैली आयोजित की। इसमें विभिन्न यूनियन के दस हजार से अधिक मजदूरों ने उत्साह से भाग लिया।
श्रमिकों ने आई.एम.टी. मानेसर में अपनी ताकत दर्ज़ की
25 जुलाई, 2011 को हरियाणा के औद्योगिक जिला, गुड़गांव स्थित आई.एम.टी. मानेसर में होंडाकांड की छठी बरसी के अवसर पर, संयुक्त संघर्ष समिति-गुड़गांव, बावल, धारूहेड़ा, रेवाड़ी ने रैली आयोजित की। इसमें विभिन्न यूनियन के दस हजार से अधिक मजदूरों ने उत्साह से भाग लिया।
ज्ञात रहे 25 जुलाई, 2005 को पूंजीपतियों के इशारों पर राज्य सरकार व उसकी पुलिस ने होंडा मोटर्स व अन्य औद्योगिक मजदूरों के जायज़ संघर्ष को दबाने के लिए बर्बर लाठी चार्ज किया। इस घटना को पूरे देश के मजदूर वर्ग ने देखा और उसके खिलाफ़ अपना विरोध भी जताया। इस घटना ने जलियांवाला बाग की याद को ताजा कर दिया था। इसके बाद, गुड़गांव के मजदूरों व उनकी यूनियनों ने 25 जुलाई को मजदूरों की एकता दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया।
इस रैली में होंडा मोटरसाईकिल एंड स्कूटर इंडिया इम्पलाइज यूनियन, मारूती-सुजुकी इम्पलाइज यूनियन, ओमेक्स ऑटो मजदूर यूनियन-गुड़गांव तथा धारूहेड़ा, रिको इम्पलाइज यूनियन-गुड़गांव तथा धारूहेड़ा, माइक्रोटेक इम्पलाइज यूनियन, बजाज मोटर्स इम्पलाइज यूनियन, केरियर इम्पलाइज यूनियन, हेमा इंजीनियरिंग इम्पलाइज यूनियन, सत्यम ऑटो कंपोनेंट इम्पलाइज यूनियन, आई.एफ.डी. इम्पलाइज यूनियन-बिनोला, हाई-लेक्स इम्पलाइज यूनियन, हिताची इम्पलाइज यूनियन, सुजुकी पावरट्रेन एंड कास्टींग इम्पलाइज यूनियन, क्यू.एच. तालब्रोस इम्पलाइज यूनियन, डीसीएम बोनाटोन इम्पलाइज यूनियन, एस.के.एन. इम्पलाइज यूनियन-धारूहेड़ा, मारूती उद्योग कामगार यूनियन, डेलफी इम्पलाइज यूनियन, असाही ग्लास इम्पलाइज यूनियन, सोना स्टेरिंग इम्पलाइज यूनियन, एस.टी.आई. इम्पलाइज यूनियन आदि ने भाग लिया।
रैली के अध्यक्षमंडल में एटक से का.अमरजीत कौर, का.डीएल सचदेवा, का. सुरेश गौड़, का.राजबीर चहल तथा का.बलदेव सिंह, लोक राज संगठन व मजदूर एकता कमेटी से का.बिरजू नायक, सीटू से का.सतबीर सिंह, ए.आई.टी.यू.टी.सी. से का.हरी प्रताप तथा अन्य सक्रिय यूनियन कार्यकर्ता का.हरजीत सिंह, का.राजकुमार, का.कमल कुमार शर्मा, का.विनोद तिवारी, का.हरजीत सिंह तथा का.गोबिन्द बेहरा आदि शामिल थे।
रैली का शुभांरभ का.राजेश कुमार के क्रांतिकारी गीत से हुई।
रैली का संचालन का.अनिल ने किया।
वक्ताओं ने बताया कि गुड़गांव ऑटो के बड़े-बड़े उद्योगों के लिए प्रसिद्ध है। यहां के तकनिकी कुशल मजदूरों के बल पर ये देशी-विदेशी कंपनियां मोटे मुनाफे बटोर रही हैं। पूंजीपति श्रम कानून का यहां न के बराबर पालन कर रहे हैं। मजदूर श्रम कानून की बात करे तो उसे कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है। मजदूरों पर अनगिनत झूठे मुकदमे आज भी दर्ज हैं, क्योंकि उन्होंने यूनियन में संगठित होने की कोशिश की। आज भी यूनियन पंजीकरण तब तक नहीं किया जाता जब तक प्रबंधक न कहे, और यूनियन पंजीकरण याचिका को बार-बार रद्द किया जाता है। औद्योगिक संस्थानों में यूनियन बनाने पर नौकरी से निकालना, कोर्ट द्वारा स्टे का बहाना बनाकर शोषण करना, ठेकेदारी प्रथा की आड़ में सालों-साल श्रमिकों को पक्का न करना, श्रमिक अधिकारों का हनन करना आज भी जारी है।
सभा के अंत में, गुड़गांव, बावल, धारूहेड़ा, रेवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र में काम करने वाली सभी ट्रेड यूनियनों से एकजुट होने का आह्वान किया गया और निम्नलिखित मांगों को लेकर संघर्ष को आगे बढ़ाने का संकल्प दोहराया गया।
रैली का समापन क्रांतिकारी रागिनी के साथ हुआ।
मुख्य मांगें:
यूनियन के पंजीकरण में बाधा डालने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही की जाये तथा श्रमिकों द्वारा पंजीकरण के लिए प्रार्थना पत्र देने के बाद तुरंत यूनियन का पंजीकरण किया जाये।
रिको कंपनी के श्रमिक अजीत सिंह यादव की हत्या करने वाले इस कंपनी के प्रबंधक व अन्य सहयोगियों पर मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार किया जाये।
श्रम कानूनों को कड़ाई से लागू किया जाए तथा ठेकेदारी प्रथा खत्म करके शोषण पर रोक लगाई जाये। कंपनियों में न्यूनतम वेतन कम से कम 10,000 रुपये लागू हो।
मजदूरों के लिए सस्ते दर पर आवासीय कालोनियां बनाई जाएं तथा राशन कार्ड, वोटर कार्ड बनाकर उनको सस्ते दर पर राशन दिया जायें तथा महंगाई पर रोक लगाई जाए।
सभी श्रमिक यूनियन के विवाद को जल्द से जल्द हल किया जाए।
ई.एस.आई. तथा पी.एफ. सहित सभी तरह की सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जाए। सभी कच्चे तथा ठेका कर्मचारियों को पक्का किया जाये ताकि उनके रोजगार की सुरक्षा हो सके।