दिल्ली उच्च न्यायालय में बम विस्फोट

7 सितम्बर, 2011 को दिल्ली उच्च न्यायालय के गेट पर हुये बम विस्फोट से अभी तक 13 जानें गयी हैं। तकरीबन 100लोग बुरी तरह घायल हुये हैं। हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी अपने लोगों पर इस जानलेवा हमले की कड़ी निंदा करती है और उन सभी परिवारों के प्रति सहानुभूति प्रकट करती है जिनके परिजन मारे गये या घायल हुये।

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दिल्ली में बिजली दर में जबरदस्त बढ़ोतरी का विरोध करें

हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी की दिल्ली इलाका समिति का बयान, 9 सितम्बर 2011

सरकार का दावा है कि वह हमारे मेहनत की कमाई का सिर्फ 600 करोड़ रु. ऐंठने वाली है। पहले ही राष्ट्रमंडल खेलों के जरिये हजारों करोड़ों रुपयों से कंपनियों, नेताओं और अफसरों की जेबें भरी जा चुकी हैं। इसमें दूसरे तरीकों से लूट की वह बहुत बड़ी राशि शामिल नहीं है जिसके बारे में लोग सचेत हैं और जिसको भ्रष्टाचार के खिलाफ़ लोगों के आंदोलन ने उठाया है।

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जनता के विरोध-प्रदर्शन पर गोलियां बरसाने वाली सरकार मुर्दाबाद!

हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी की महाराष्ट्र इलाका समिति का बयान, अगस्त 2011

अलग-अलग दांवपेंचों के बावजूद जब जनता का विरोध बढ़ता ही जाता है तो उसे ज़बरदस्ती से पैरों तले रौंदने के लिए गोलियों का इस्तेमाल बढ़ता ही जा रहा है। चाहे किसी भी पार्टी की सरकार राज्य में या केंद्र में क्यों न हो, यही दिखायी देता है। महाराष्ट्र हो या उत्तर प्रदेश, गुजरात हो या ओडि़सा, तमिलनाडु हो य

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राष्ट्रों और लोगों के आत्म-निर्धारण के अधिकार के उल्लंघन का कोई औचित्य नहीं हो सकता!

संप्रभु राज्यों में खुद को गठित करके, और किसी भी तरह की दखलंदाज़ी के बिना, राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक तथा सांस्कृतिक विकास का अपना पसंदीदा मार्ग चुनने के राष्ट्रों और लोगों के अधिकार का प्रतिज्ञापन, यह आधुनिक दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण अग्रिम विकासों में एक है। लेकिन इस अधिकार पर अमरीका और साम्राज्यवादी शक्तियां बड़ा आक्रमण कर रही हैं, खुद के रणनैतिक फ़ायदों के लिए देशों की आज़ादी तथा संप्रभुत

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क्षमा याचिका : असली गुनहगारों को सज़ा नहीं!

हिन्दोस्तान के राष्ट्रपति ने राजीव गाँधी हत्याकांड के तीन आरोपियों की क्षमा याचिका ठुकरा दी, जिन्हें अदालतों ने “षडयंत्र में शामिल” होने के लिए दोषी करार दिया था। इसके तुरंत बाद घटनाक्रम तेजी से आगे बढ़ा। तमिलनाडु विधानसभा ने इसका विरोध करते हुए एकमत से प्रस्ताव पारित किया और राष्ट्रपति से इस पर पुनःविचार करने की याचना की। मद्रास उच्च न्यायलय ने फांसी के तारीख को दो सप्ताह के लिए

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राजकीय और व्यक्तिगत आतंकवाद, परजीवी लूट-खसोट वाली अर्थव्यवस्था और सबतरफा भ्रष्टाचार

मणिपुर में बिगड़ती परिस्थिति

जबकि हिन्दोस्तान के शासक दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र होने का दावा करते हैं, मणिपुर में लगातार सैनिक राज की परिस्थिति में भ्रष्टाचार और परजीवीपन असहनीय स्तर पर पहुंच गये हैं।

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कश्मीर में बर्बर राजकीय आतंकवाद का भयानक सत्यापन

हज़ारों निरपराध कश्मीरियों की निष्ठुर हत्या की भयानक सच्चाई का फिर से सत्यापन हुआ जब 17 अगस्त, 2011 को राज्य मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट प्रकाशित हुई। इस रिपोर्ट ने स्पष्ट किया कि उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामुला और बंदीपुर जि़लों में बेनिशान कब्रिस्तान हैं। 38 ऐसे कब्रिस्तानों में जांच करने वाली टीम ने 2,730 कब्रों को पहचाना। उनमें से 2,156 में गुमनाम लोगों की लाशें थी। इस राक्षसी, अमानवी

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पानी की राजनीति : आप ‘आम’ हो या ‘विधायक के खास’

9 सितम्बर, 2011 को संजय कालोनी के निवासियों ने लोक राज समिति की अगुवाई में ओखला औद्योगिक क्षेत्र-2स्थित अधिशासी अभियंता, दिल्ली जल बोर्ड पर एक दिवसीय धरना दिया।

पानी न देने व शिकायतकर्ता के साथ बदसलूकी करने के खिलाफ़, जल बोर्ड में पार्टीवादी राजनीति को खत्म करने के लिए, तथा रिहायशी बस्तियों में पानी का कनेक्शन देने की मांग को लेकर यह धरना दिया गया।

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एयर इंडिया के कैजुवेल मज़दूर संगठित हुये

अपने अधिकारों की पुष्टि के लिये एयर इंडिया के कैजुवेल मज़दूर अपनी यूनियन बनाने का प्रयास कर रहे हैं और संघर्ष की राह पर हैं। वे स्थायी मज़दूरों बतौर मान्यता चाहते हैं और समान काम के लिये स्थायी मज़दूरों के बराबर का वेतन चाहते हैं। चेन्नई में एयर इंडिया के लिये काम करने वाले करीब 500 मज़दूरों ने इसमें पहलकदमी की है। देश भर के विभिन्न हवाई अड्डों में एयर इंडिया के करीब 2500 कैजुवेल मज़दूर हैं।

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