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मज़दूर बतौर क़ानूनी दर्ज़ा पाने के लिए आंगनवाड़ी मज़दूरों व सहायिकाओं का संघर्ष

मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट

नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में 13 फरवरी, 2025 को आंगनवाड़ी मज़दूरों व सहायिकाओं ने – ‘आंगनवाड़ी वर्कर्स और हैल्पर्स को क़ानूनी अधिकार दो!’, ‘आई.सी.डी.एस. को गुणवत्ता के साथ स्थायी करो!’ – शीर्षक पर राष्ट्रव्यापी सम्मेलन किया।

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तेलंगाना के अस्पतालों के ठेका मज़दूरों का संघर्ष

मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट

8 फरवरी, 2025 को तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में तेलंगाना वैद्य विधान परिषद (टी.वी.वी.पी.) के तहत आने वाले विभिन्न क्षेत्रीय और जिला अस्पतालों में सफ़ाई और सुरक्षा सेवाओं के लिए कार्यरत 4,000 से ज्यादा ठेका कर्मचारियों ने बकाया वेतन के लिए प्रदर्शन किया।

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लोक निर्माण विभाग के मज़दूरों का विरोध प्रदर्शन

मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट

हरियाणा में लोक निर्माण विभाग (पी.डब्ल्यू.डी.) कर्मचारी अपनी 21 सूत्रीय मांगों को लेकर अलग-अलग जिलों में प्रदर्शन कर रहे हैं। यह प्रदर्शन गर्वमेंट पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल वर्कर्स यूनियन की अगुवाई में किये जा रहे हैं। पानीपत में 6 फरवरी को पी.डब्ल्यू.डी. कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। वहां से रोष जुलूस निकालते हुए लघु सचिवालय पहुंचकर कर्मचारियों ने सरकार के खि़लाफ़ नारे लगाए। उन्होंने जिला उपायुक्त के ज़रिए मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा है। इस तरह के विरोध प्रदर्शन 29 जनवरी को कुरुक्षेत्र और 3 फरवरी को करनाल और अंबाला में हुये हैं।

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पेंशनधारकों की भूख हड़ताल

मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट

पंजाब सरकार पेंशनर्स संयुक्त मोर्चा की अगुवाई में 8 फरवरी, 2025 को पेंशनधारकों ने अपनी मांगों को लेकर अलग-अलग जिला मुख्यालयों – फगवाड़ा, जलंधर, फाज़िल्का और बंगा आदि पर भूख हड़ताल आयोजित की।

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लंबित मांगों को पूरा करवाने के लिए आशा मज़दूरों का संघर्ष

मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट

11 फरवरी, 2025 को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आशा मज़दूरों ने आशा वर्कर्स यूनियन की अगुवाई में अपनी मांगों को लेकर ज़ोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में आशा मज़दूर और सहायिकाएं शामिल हुईं।

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काम से हफ़्ते में एक दिन की छुट्टी के संघर्ष का इतिहास

हमारे देश के विकास-लक्ष्यों में योगदान देने के नाम पर, हाल ही में कुछ जाने-माने उद्योगपति, मज़दूरों के लिए 70 घंटे और यहां तक कि 90 घंटे तक का लंबा कार्य-सप्ताह निर्धारित करने की सिफ़ारिश कर रहे हैं। वे इस हक़ीक़त की अनदेखी कर रहे हैं कि सप्ताह में एक दिन आराम के साथ 8 घंटे प्रतिदिन काम का समय, देश का का़नून है। यह बहुत ज़रूरी है कि पूंजीपतियों को इस तरह की बयानबाजी करने की किसी भी क़ीमत पर अनुमति न दी जाये।

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गाज़ा में युद्ध-विराम समझौता :
फ़िलिस्तीनी लोगों का बहादुर संघर्ष ज़िंदाबाद!

पिछले पंद्रह महीनों में, फ़िलिस्तीनी लोगों ने पूरी दुनिया को अपने अदम्य साहस और अपने संघर्ष को जारी रखने के अपने दृढ़ संकल्प को स्पष्ट दिखाया है – अपनी मातृभूमि पर इज़रायली क़ब्जे़ को ख़त्म करने के लिए उनका बहादुर संघर्ष जारी रहेगा चाहे इसके लिए उन्हें कोई भी बलिदान क्यों न देना पड़े।

हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी, बहादुर फ़िलिस्तीनी लोगों और उनके न्यायपूर्ण संघर्ष को सलाम करती है। इस संघर्ष में, हिन्दोस्तान के लोग फ़िलिस्तीनी लोगों के साथ खड़े हैं।

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ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह में भारी विरोध प्रदर्शन हुए

20 जनवरी 2025 को संयुक्त राज्य अमरीका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह में कई भव्य कार्यक्रम आयोजित किए गए, जबकि देश भर में हजारों कामकाजी लोगों ने उनके जन-विरोधी एजेंडे के ख़िलाफ़ कड़ाके की ठंड का सामना करते हुए सड़कों पर प्रदर्शन किए।

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सोशल मीडिया पोस्ट हटाने के लिए पुलिस की शक्तियों को बढ़ाया गया

दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को उपराज्यपाल द्वारा सोशल मीडिया कंपनियों और अन्य बिचौलियों को “हटाने के आदेश” जारी करने का अधिकार दिया गया है। उन्हें सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2020 के तहत “अवैध सामग्री” के रूप में वर्गीकृत की जा सकने वाली सामग्री को हटाने का अधिकार दिया गया है।

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अमरीकी साम्राज्यवाद के साथ और नज़दीकी से बांधने के लिये परमाणु सहयोग की लालच

हथियारों, सामग्रियों और उन्नत प्रौद्योगिकियों की आपूर्ति के माध्यम से, अमरीकी साम्राज्यवाद हिन्दोस्तानी राज्य और उसकी नीतियों को और अधिक बारीकी से नियंत्रित और हेरफेर कर सकता है। वे हमारे लोगों को अपने हितों के लिए उत्पन्न संघर्षों और तनावों में और अधिक घसीट सकता है, जो हमारी अपनी शांति और सुरक्षा को ख़तरे में डालता है।

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