हमारी पार्टी की स्थापना की 28वीं सालगिरह विभिन्न इलाकों में पार्टी के सदस्यों और शुभचिन्तकों ने बड़े जोश के साथ मनायी। इस महत्वपूर्ण अवसर पर पार्टी के साथियों ने फिर से मजदूर वर्ग के गौरवपूर्णर् कर्तव्य पर अपना विश्वास दोहराया – आदमखोर पूंजीवादी और साम्राज्यवादी व्यवस्था का तख्तापलट करके, अपने प्यारे देश की धरती पर नये शोषण मुक्त समाजवादी समाज की स्थापना कार् कर्तव्य। भाषणों, वक्तव्यों तथा क्
हमारी पार्टी की स्थापना की 28वीं सालगिरह विभिन्न इलाकों में पार्टी के सदस्यों और शुभचिन्तकों ने बड़े जोश के साथ मनायी। इस महत्वपूर्ण अवसर पर पार्टी के साथियों ने फिर से मजदूर वर्ग के गौरवपूर्णर् कर्तव्य पर अपना विश्वास दोहराया – आदमखोर पूंजीवादी और साम्राज्यवादी व्यवस्था का तख्तापलट करके, अपने प्यारे देश की धरती पर नये शोषण मुक्त समाजवादी समाज की स्थापना कार् कर्तव्य। भाषणों, वक्तव्यों तथा क्रांतिकारी गीतों द्वारा पार्टी के साथियों ने यह प्रकट किया कि वे पार्टी द्वारा दिखाये गये रास्ते पर चलने और मजदूर वर्ग व सभी मेहनतकशों को भी इसी रास्ते पर गतिमान करने पर वचनबध्द हैं।
राजधानी में इस अवसर पर पार्टी के महासचिव कामरेड लाल सिंह ने एक महत्वपूर्ण भाषण दिया। उन्होंने बीते वर्ष में पार्टी की कामयाबियों तथा आने वाले समय की चुनौतियों का मूल्यांकन किया। उन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय तौर पर तथा इस इलाके में जंग का उन्माद फैलाने की कोशिशों और अमरीकी साम्राज्यवाद की बढ़ती घुसपैठ पर बात रखी। उन्होंने पार्टी को आह्वान दिया कि हम फासीवाद, साम्राज्यवाद और प्रतिक्रियावादी जंग के खिलाफ़, सभी कम्युनिस्टों, सभी साम्राज्यवाद विरोधी ताकतों और मजदूर-मेहनतकशों की एक एकता बनाने की अपनी कोशिशें दुगुना कर दें। कामरेड लाल सिंह ने मजदूर वर्ग के हिरावल दस्ता बतौर पार्टी को मजबूत करने के महत्व पर जोर दिया।
महाराष्ट्र इलाका कमेटी द्वारा आयोजित कार्यक्रम भी बहुत जोश भरा था। दूसरे इलाकों की तरह, वहां भी भाग लेने वाले लोग अधिकतर नौजवान थे। इलाके के सचिव ने कहा कि ''प्रतिवर्ष पार्टी की उम्र एक और साल बढ़ जाती है परन्तु पार्टी के कार्यकर्ता प्रतिवर्ष और जवान होते जाते हैं''। यह दिखाता है कि नौजवान अधिक से अधिक संख्या में आगे आकर कम्युनिज्म को अपने जीवन का लक्ष्य बना रहे हैं और पार्टी में शामिल हो रहे हैं। सभा में पार्टी तथा मजदूर मेहनतकशों के सामने चुनौतियों पर चर्चा हुई, खासकर आज जब हिन्दोस्तान के शासक संकट के बोझ को मेहनतकशों पर लाद रहे हैं, फासीवादी कानूनों को मजबूत कर रहे हैं और अमरीका के साथ निकट रणनैतिक गठबंधन बना रहे हैं और इस तरह दक्षिण एशियाई क्षेत्र में शान्ति और सुरक्षा को खतरा पहुंचा रहे हैं।
पार्टी की दूसरी इलाका कमेटियों से भी जोश-पूर्ण सभाओं की ऐसी ही खबरें मिली हैं।
इन सभाओं में कामरेडों ने पार्टी के जीवन और काम के बारे में अपनी भावनाएं बतायीं। उन्होंने पार्टी की कामयाबियों के बारे में बात रखी और यह बताया कि पार्टी के साथ जुड़ने के बाद उनकी जिन्दगी कैसे बदल गयी है। कामरेडों ने यह वादा किया कि वे पार्टी को और मजबूत करेंगे तथा उस दिन को नजदीक लाने के लिये बढ़-चढ़ कर काम करेंगे, जब मेहनतकश लोग आदमखोर पूंजीवादी व्यवस्था का तख्तापलट कर देंगे और खुद शासक बन जायेंगे।