दक्षिण एशिया में शांति के लिये संसद पर प्रदर्शन!

हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने अन्य कई संगठनों के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर जंगखोर ताकतों के खिलाफ़ जोरदार प्रदर्शन किया। यह जंगखोर ताकतें आज हिन्दोस्तान और पाकिस्तान को जंग में झोंकने की धमकी दे रही हैं।

हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने अन्य कई संगठनों के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर जंगखोर ताकतों के खिलाफ़ जोरदार प्रदर्शन किया। यह जंगखोर ताकतें आज हिन्दोस्तान और पाकिस्तान को जंग में झोंकने की धमकी दे रही हैं।

''दक्षिण एशिया में शांति के लिये एकजुट हों!'' इस बैनर के तले सैकड़ों मजदूरों, नौजवानों, बुध्दिजीवियों और महिलाओं ने दिल्ली के बीचों-बीच मंडी हाउस से जंतर-मंतर तक, 12 जनवरी, 2009 को एक प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में तमाम संगठनों के कार्यकर्ताओं ने अपने बैनरों सहित हिस्सा लिया। इसमें शामिल थे – सोशलिस्ट युनिटी सेंटर ऑफ इंडिया, लोक राज संगठन, दिल्ली श्रमिक संगठन, निर्माण मजदूर पंचायत संगम, हिन्द नौजवान एकता सभा, जमात-ए-इस्लामी हिन्द, पुरोगामी महिला संगठन, स्टूडेंट इस्लामिक ऑर्गनाईजेशन ऑफ इंडिया, पीपल्स फ्रंट,मणिपुरी स्टूडेंट्स एसोसियेशन ऑफ दिल्ली, साझा मंच, यू.एन.आई. इंप्लॉइज यूनियन और अन्य संगठन। रैली के दौरान कार्यकर्ताओं ने हिन्दोस्तान-अमरीकी रणनैतिक गठबंधन, इस क्षेत्र में तेजी से बढ़ती अमरीकी साम्राज्यवादी दखलअंदाजी और संप्रग सरकार द्वारा हिन्दोस्तान और पाकिस्तान के बीच जंग उकसाने के प्रयासों के खिलाफ़ जबर्दस्त नारे लगाये। ''अमरीकी-साम्राज्यवादियों द्वारा दक्षिण एशिया में दखलअंदाजी मुर्दाबाद!'', जंग से किसको फायदा? सरमायदारों को, लोगों को नहीं!'', ''आतंकवाद के नाम पर लोगों के अधिकारों पर हमला नहीं चलेगा!'', ''रोटी कपड़ा और आवास चाहिये, जंग नहीं चाहिये!'', ''दक्षिण एशिया में शांति के लिये एकजुट हों!'' इन नारों से दिल्ली की सड़कें गूंज उठी। प्रदर्शनकारी अपने हाथों में इन्हीं नारों के प्लेकार्ड लिये हुए थे।

जंतर-मंतर पहुंचते ही यह प्रदर्शन एक आम सभा में तब्दील हो गई, जिसमें तमाम संगठनों के प्रतिनिधियों ने सभा को संबोधित किया। हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी की केंद्रिय समिति द्वारा जारी एक बयान ''दक्षिण एशिया में शांति के लिये संघर्ष करें! अमरीकी साम्राज्यवाद को इस इलाके से खदेड़ें!'', पढ़ा गया।

सभा को संबोंधित करते हुए हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी के प्रवक्ता, का. प्रकाश राव ने हिन्दोस्तान और पाकिस्तान के हुक्मरानों द्वारा मुंबई पर हुए आतंकवादी हमलों की पृष्ठभूमि में इन दो देशों की बीच जंग छेड़ने के लिये माहौल बनाने की निंदा की और अमरीकी साम्राज्यवादी और तमाम अन्य साम्राज्यवादी ताकतों के असली मंसूबों का पर्दाफाश किया। ये साम्राज्यवादी ताकतें इस इलाके में अपना वर्चस्व बढ़ाने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि, इन साम्राज्यवादी ताकतों के षडयंत्रों में फंसना, इस इलाके के लोगों के हितों के खिलाफ़ होगा। उन्होंने याद दिलाया कि जिस देश के हुक्मरान इन अमरीकी साम्राज्यवादियों के खेल में हिस्सा लेते हैं, उस देश के लोगों को केवल तबाही ही मिली है। इस इलाके से अमरीकी साम्राज्यवादियों को खदेड़ कर बाहर करने के लिये उन्होंने सभी को एक मजबूत एकजुट संघर्ष छेड़ने का बुलावा दिया।

एस.यू.सी.आई. के का. हरीश त्यागी, पीपुल्स फ्रंट के का. नरेश गुप्ता, जमात-ए-इस्लामी-हिन्द से रफीक अहमद और दिल्ली श्रमिक संगठन से सुभाष ने सभा को संबोधित किया। इसके अलावा, लोक राज संगठन, हिन्द नौजवान एकता सभा, पुरोगामी महिला संगठन, मणिपुरी स्टूडेंट्स एसोसियेशन ऑफ दिल्ली और सांझा मंच के प्रतिनिधियों ने भी सभा को संबोधित किया। रैली में हिस्सा लेने वाले सभी संगठनों ने इस बात पर जोर दिया कि इस इलाके से अमरीकी साम्राज्यवाद को खदेड़ कर बाहर करने के लिये हिन्दोस्तानी लोगों के साथ-साथ, इस पूरे उप-महाद्वीप के सभी लोगों की एकता जरूरी है।

सभा के अंत में, दिल्ली श्रमिक संगठन और हिन्द नौजवान सभा के कार्यकर्ताओं ने इसी जज्बे को आवाज़ देते हुए गीत पेश किये।

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