23 अक्तूबर, 2017 को दिल्ली की ट्रेड यूनियनों ने मिलकर मेट्रो के किराये में बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग के साथ शहरी विकास मंत्रालय पर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में ट्रेड यूनियन कार्यकर्ताओं सहित बड़ी संख्या में मज़दूरों, महिलाओं और नौजवानों ने भाग लिया। प्रदर्शनकारी नारा लगा रहे थे – बढ़ा किराया वापस लो!, सरकार की मज़दूर-विरोधी, जन-विरोधी नीति मुर्दाबाद! केन्द्र सरकार होश में आओ, मेट्रो किराया कम करो!, इंक़लाब ज़िंदाबाद!
23 अक्तूबर, 2017 को दिल्ली की ट्रेड यूनियनों ने मिलकर मेट्रो के किराये में बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग के साथ शहरी विकास मंत्रालय पर विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन में ट्रेड यूनियन कार्यकर्ताओं सहित बड़ी संख्या में मज़दूरों, महिलाओं और नौजवानों ने भाग लिया। प्रदर्शनकारी नारा लगा रहे थे – बढ़ा किराया वापस लो!, सरकार की मज़दूर-विरोधी, जन-विरोधी नीति मुर्दाबाद! केन्द्र सरकार होश में आओ, मेट्रो किराया कम करो!, इंक़लाब ज़िंदाबाद!
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए, ट्रेड यूनियन नेताओं ने मेट्रो के किराये में बढ़ोतरी के लिए केन्द्र सरकार की सख़्त निंदा की।
उन्होंने कहा कि आज दिल्ली के लाखों नागरिक, कामकाजी लोग, मज़दूर, महिलाएं और छात्र मेट्रो में सफर करते हैं। सरकार का दायित्व है कि दिल्ली मेट्रो को और बेहतर सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था बनाए। यह सस्ती और सुलभ हो। इस ज़रूरी सार्वजनिक परिवहन को मुनाफ़े का स्रोत बनाना जनता के प्रति बहुत बड़ी नाइंसाफी है। सरकार समाज के प्रति अपने इस दायित्व को पूरा करने से इनकार कर रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार का यह बहाना देना कि मेट्रो के मज़दूरों के वेतनों में बढ़ोतरी करने के लिये, मेट्रो के किराये को बढ़ाना ज़रूरी था, यह भी सरासर गलत है। यह मेट्रो के मज़दूरों और दिल्ली के अन्य क्षेत्रों के मज़दूरों को आपस में लड़वाने की चाल है। हम चाहते हैं कि मेट्रो में काम करने वाले मज़दूरों को उचित वेतन सहित सभी अन्य अधिकार अवश्य मिलें।
प्रदर्शन को संबोधित करने वालों में थे – इंटक से ऋषिपाल सिंह, हिन्द मजदूर सभा से का. राजेन्द्र सिंह, एटक से का. डी. शर्मा, सी.आई.टी.यू. से का. एच.सी. पंत, ए.आई.सी.सी.टी.यू. से का. अभिषेक, ए.आई.यू.टी.यू.सी. से का. अमर रावत, यू.टी.यू.सी. से का. शत्रुजीत और मज़दूर एकता कमेटी से का. संतोष कुमार।
प्रदर्शन के अंत में, शहरी विकास मंत्रालय को इन मांगों का ज्ञापन सौंपा गया।
- मेट्रो किराये में की गई बढ़ोतरी को तुरंत वापस लो।
- मेट्रो ट्रेन की फ्रीक्वेंसी बढ़ाओ। मेट्रो में लगने वाली लंबी लाइनों को कम करने के लिए टिकट खिड़की और सुरक्षा जांच प्वाइंट को बढ़ाओ।
- मेट्रो में कार्यरत सभी ठेका कर्मचारियों को पक्का करने सहित उनके सभी अधिकारों को सुनिश्चित करो।
- दिल्ली में सभी जन परिवहन के माध्यमों – चाहे मेट्रो या डीटीसी – का विस्तार करो।