इस्राइली वायु सेना ने 27 दिसंबर, 2008 से गाज़ा क्षेत्र पर लगातार बम बरसाये हैं, जिसके सैकड़ों फिलिस्तीनी, महिला और बच्चे समेत, मारे गये हैं। इस अखबार के छपने के समय तक, यह खबर मिली है कि इस्राइल ने हमला करने की तैयारी बतौर, गाज़ा सीमा पर अपने टैंक तैनात कर दिये हैं। इस्राइली रक्षा मंत्री ने खुलेआम व बड़ी हेकड़बाजी के साथ यह ऐलान किया है कि गाज़ा के खिलाफ़ जंग का मकसद है हमास की निर्वाचित सरकार को ग
इस्राइली वायु सेना ने 27 दिसंबर, 2008 से गाज़ा क्षेत्र पर लगातार बम बरसाये हैं, जिसके सैकड़ों फिलिस्तीनी, महिला और बच्चे समेत, मारे गये हैं। इस अखबार के छपने के समय तक, यह खबर मिली है कि इस्राइल ने हमला करने की तैयारी बतौर, गाज़ा सीमा पर अपने टैंक तैनात कर दिये हैं। इस्राइली रक्षा मंत्री ने खुलेआम व बड़ी हेकड़बाजी के साथ यह ऐलान किया है कि गाज़ा के खिलाफ़ जंग का मकसद है हमास की निर्वाचित सरकार को गिराना। ''हमास जैसे बलों के खिलाफ़ हमें पूरा-पूरा जंग लड़ना है। इस अभियान का मकसद है हमास को गिराना'', मंत्री ने ऐलान किया। दूसरे शब्दों में, इस्राइली हमलावरों ने ''सत्ता बदलने'' के इरादे से गाज़ा की सरकार पर खुलेआम जंग का ऐलान किया है।
इस्राइली जाउनवादियों ने फिलिस्तीनियों के अपने देश के अधिकार को कभी कबूल नहीं किया है। वर्तमान फिलिस्तीनी नैशनल ऑथौरिटी (राष्ट्रीय प्राधिकरण) के दो भाग हैं – वेस्ट बैंक और ग़ाजा पट्टी, जिनके बीच में इस्राइल राज्य स्थित है। गाज़ा पट्टी एक छोटी सी जमीन की टुकड़ी है, जिसके तीनों तरफ इस्राइल है और चौथी ओर समुद्र है। यह लंबाई में 40 कि.मी. और चौड़ाई में 5-8 कि.मी. है और यहां 15 लाख फिलिस्तीनी लोग बहुत ही कठिन हालतों में बसे हुये हैं। 1948 में जब इस्राइल का राज्य स्थापित किया गया, उस समय इस्राइली जाउनवादियों ने उस पर कब्ज़ा कर लिया था और तब से लेकर 1990 में फिलिस्तीनी राष्ट्रीय प्राधिकरण की स्थापना तक, वहां इस्राइल का कब्ज़ा रहा। 2006 में गाज़ा पट्टी में हुये चुनावों में जब हमास विजयी हुआ, तब से इस्राइल ने, अमरीका के समर्थन में साथ, वहां पर आर्थिक नाकेबंदी लगा दी और बार-बार उस पर सैनिक हमले किये, ताकि फिलिस्तीनी लोगों को दबाया जा सके। फिलिस्तीनी लोगों पर वर्तमान सैनिक हमला बीते कई वर्षों में किये गये हमलों से कहीं ज्यादा वहशी है।
मजदूर एकता लहर इन खूंखार हमलों के लिये तथा फिलिस्तीनी राष्ट्रीय प्राधिकरण की संप्रभुता के हनन के लिये इस्राइली सरकार की कड़ी निंदा करती है। मजदूर एकता लहर अमरीकी साम्राज्यवादियों की निंदा करती है, जो फासीवादी और जंग फरोश इस्राइली हमलावरों का खुलेआम समर्थन कर रहे हैं।