मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट
किसानों ने बजट के खि़लाफ़ 1 फरवरी, 2025 को हरियाणा के जिला हिसार के किसान चौक पर अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन केन्द्र सरकार की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किये गये बजट के विरोध में था।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए किसान नेताओं ने कड़े शब्दों में बजट की निंदा की। उनका कहना है कि बजट में किसानों व मज़दूरों के हितों में कोई क़दम नहीं उठाया गया है। किसानों को खाद, बीज, स्प्रे, कृषि औजारों पर किसी प्रकार की छूट या टैक्स माफ़ी नहीं दी गई है। इसके अतिरिक्त नकली बीज व दवाइयों पर अंकुश के बारे में कुछ नहीं कहा गया है। सरकारी क्षेत्र में बीज, खाद व दवाइयों का कोई प्रबंध नहीं है। सरकार का प्रयास है कि उपरोक्त सभी चीज़ों को निजी हाथों में दिया जाये।
उन्होंने कहा कि किसान क़र्ज़ के बोझ के नीचे दबा हुआ है। देश में हर घंटे तीन किसान आत्महत्या कर रहे हैं। सरकार ने लगभग 500 उद्योगपतियों के 16 लाख करोड़ रुपये माफ़ किये हैं, जबकि किसानों का एक रुपया तक माफ़ नहीं किया गया है।
हरियाणा के पलवल में बजट के विरोध में प्रदर्शन
4 फरवरी, 2025 को सरकार की जन-विरोधी नीतियों के खि़लाफ़, मज़दूरों-किसानों ने प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन को मज़दूरों-किसानों की यूनियनों ने केंद्र सरकार के जन-विरोधी बजट के विरोध में आयोजित किया था। इस प्रदर्शन में अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ, रिटायर्ड कर्मचारी संघ, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, मिड डे मील यूनियन और किसान संगठनों के नेताओं ने हिस्सा लिया।