मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट
अखिल भारतीय किसान सभा एवं संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में विभिन्न किसान संगठनों ने 12 फरवरी को पीलीबंगा पुलिस थाने का घेराव किया तथा सभा का आयोजन किया।
थाने के घेराव के दौरान सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि निजी फाइनेंस कंपनियां और बैंक किसानों के साथ लूट और गुंडागर्दी कर रहे हैं। फाइनेंस कंपनियां किसान नेताओं पर झूठे मुकदमे कर रही हैं। इन सब अत्याचारों के विरुद्ध सभी किसानों को लामबंध करके संघर्ष करना ही एक मात्र रास्ता है।
जिन ग़रीब किसानों ने बैंकों से लोन लिया था, लोन के एवज में निजी फाईनेंस कंपनियों और बैंकों ने उनको घरों की कुर्की की है। जिसके चलते वे खुले आसमान के नीचे रहने के लिये मजबूर हुये हैं। किसानों ने आह्वान किया कि 3 मार्च को जिला कलेक्ट्रेट पर विशाल किसान सभा का आयोजन करके कलेकट्रेट का घेराव किया जायेगा।
लोक राज संगठन के सर्व हिंद उपाध्यक्ष कामरेड हनुमान प्रसाद शर्मा ने कहा कि सरकार ने कॉर्पोरेट घरानों के लाखों-लाखों करोड रुपए एनपीए करके माफ़ किए कर दिये हैं। मज़दूरों और किसानों के छोटे-छोटे लोन की वसूली के लिये उनके घरों की कुर्की करके ग़रीब परिवारों को खुले आसमान के नीचे रात और दिन बीताने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इसलिए हमको सभी प्रकार के मतभेद को भूलाकर एकजुट होकर संघर्ष करने की आवश्यकता है।
सभा के बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के अधिकारियों के साथ सभा स्थल पर वार्ता की। जिसमें किसान नेताओं ने फाइनेंस कंपनी के मुकदमों को वापस लेने की मांग की।