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अमरीकी साम्राज्यवादियों के अपराध

प्रिय संपादक,

सितंबर 11 के आतंकवादी हमले की 21वीं बरसी के अवसर पर प्रकाशित लेख सटीकता से दर्शाता है कि ”संयुक्त राज्य अमरीका वही राज्य है जिसने दूसरे विश्व युद्ध के बाद से, सर्व-सम्मति से स्थापित किये गए, राज्यों के आपसी संबंधों के हर नियम और मानदंड का बार-बार उल्लंघन किया है।”

द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद से अमरीका द्वारा आयोजित युद्धों, सशस्त्र हस्तक्षेपों और तख़्तापलट की कार्यवाइयों की सूची मैं नीचे दे रहा हूं। मैं मानता हूं कि यह सूची भी शायद संपूर्ण नहीं है।

1946: अमरीका ने फिलीपींस और दक्षिण कोरिया पर कब्ज़ा किया।

1947: फासीवाद विरोधी ताक़तों को दबाने के लिए अमरीका ने सशस्त्र बलों को यूनान में उतरा।

1948-49: अमरीकी सेना ने चीन के मुक्ति संग्राम में हस्तक्षेप किया और ताइवान की स्थापना में मदद की।

1949: अमरीकी खुफिया ऐजेंसी सी.आई.ए. ने सीरिया में तख़्तापलट आयोजित किया

1950-53: कोरियाई युद्ध को चलाया

1953: अमरीकी खुफिया ऐजेंसी सी.आई.ए. ने ईरान में तख़्तापलट आयोजित किया

1954: अमरीका ने ग्वाटेमाला पर आक्रमण किया और वहां कठपुतली शासन स्थापित किया

1955-75: वियतनाम पर युद्ध किया

1961: बे ऑफ पिग्स का क्यूबा पर आक्रमण

1962: थाइलैंड में कम्युनिस्टों से लड़ने के लिए अमरीकी नौसैनिको को तैनात किया

1965: अमरीकी सेना ने डोमिनिकन गणराज्य पर कब्ज़ा किया

1965-67: इंडोनेशिया में अमरीकी सशस्त्र फासीवादी शासन स्थापित किया, जिसने लाखों कम्युनिस्टों को मार डाला

1973: योम किप्पुर युद्ध में अमरीका ने इज़रायल की सहायता की

1973: सी.आई.ए. ने चिली में एक सैन्य तख़्तापलट का आयोजन किया, जिसमें राष्ट्रपति ओलेंदे की मृत्यु हो गई

1979-88: सी.आई.ए. ने अफ़ग़ानिस्तान में छद्म युद्ध छेड़ा

1981-86: सी.आई.ए. ने निकारागुआ में छद्म युद्ध छेड़ा

1988: अमरीकी सेना ने पनामा पर कब्ज़ा किया

1991-93: ईरान पर हमला करने के लिये अमरीका ने इराक को हथियारों से लैस किया

1994: अमरीका ने हैती पर आक्रमण किया

1995: अमरीका के नेतृत्व में नाटो ने बोस्निया और हर्जेगोविना पर बमबारी की

1998: इराक पर अमरीकी बमबारी तथा अफ़ग़ानिस्तान व सूडान पर मिसाइली हमले

1999: कोसोवो के युद्ध में अमरीकी हस्तक्षेप

2001-21: अमरीका ने अफ़ग़ानिस्तान पर हमला और कब्ज़ा किया

2002 के बाद: अमरीका ने यमन में सऊदी हस्तक्षेप का समर्थन किया; पाकिस्तान में ड्रोन हमले किये

2003 के बाद: अमरीका ने इराक पर हमला करके कब्ज़ा कर लिया; सद्दाम हुसैन की हत्या की

2007: सोमालिया में अमरीकी सैनिक हस्तक्षेप

2011: अमरीका के नेतृत्व वाले नाटो सेना ने लीबिया पर हमला किया; गद्दाफी की हत्या की

2012 के बाद: अमरीका ने सीरिया में तथाकथित विद्रोहियों को हथियार दिये

2014: सी.आई.ए. ने यूक्रेन में तख़्तापलट किया और अमरीका समर्थक सत्ता स्थापित की

इसमें कोई शक नहीं है कि अमरीकी साम्राज्यवाद राज्यों के आपस बीच सभ्य संबंधों और राष्ट्रीय संप्रभुता के सभी स्वीकृत मानदंडों का सबसे बड़ा उल्लंघनकर्ता है। यह युद्ध करके और दूसरे लोगों के मामलों में हस्तक्षेप करके पनपता है। यह विश्व शांति के लिए सबसे बड़ा ख़तरा है।

आपका,
मुकुंद, विजयवाड़ा

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