कामरेड गुरमीत कौर नन्नर को लाल सलाम

21 अगस्त को, हमारी प्रिय कॉमरेड गुरमीत कौर नन्नर का लंबी बीमारी के बाद, शांतिपूर्वक निधन हो गया। उनकी बेटी इंदिरा और दामाद मैनुएल उनके निधन के समय उनके साथ थे। वे 94 वर्ष की थीं। कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी की केंद्रीय समिति इस अडिग कम्युनिस्ट सेनानी की याद को सलाम करती है।

गुरमीत कौर का जन्म 5 मार्च, 1928 को पंजाब के माहिलपुर में, एक देशभक्त कम्युनिस्ट परिवार में हुआ था। बहुत कम उम्र से ही उनमें मातृभूमि और कम्युनिज़्म के आदर्शों के प्रति प्यार उत्पन्न हो गया था। उन्होंने अपने जीवन भर, इन मूल्यों और असूलों की हिफ़ाज़त की।

गुरमीत गुरबख्श सिंह बैंस और अमर कौर सहोता की बेटी थीं। उनके पिता अविभाजित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और बाद में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के सक्रिय सदस्य थे। उनकी क्रांतिकारी कार्यवाहियों की वजह से, उन्हें लंबे समय तक जेल में रहना पड़ा और भूमिगत रहने के लिए मजबूर होना पड़ा। गुरमीत और उनके बड़े भाई-बहन, अजीत सिंह बैंस और रंजीत कौर ने ऐसी कठिन परिस्थितियों में परिवार का भरण-पोषण करने की ज़िम्मेदारी निभायी थी। साथ ही साथ, उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि उनके चार छोटे भाई-बहन – गुरदेव कौर, यशदीप बैंस, हरमोहिंदर बैंस और हरदयाल बैंस – सभी कॉलेज की शिक्षा प्राप्त करें।

अपने पूरे सक्रिय जीवन में, गुरमीत ने महिलाओं को गुलामी की स्थिति में रखने वाले सभी पिछड़े रीति-रिवाज़ों और परंपराओं के खि़लाफ़ संघर्ष किया। वे अपनी बड़ी बहन रंजीत के साथ, माहिलपुर में कॉलेज में दाखिल होने वाली पहली लड़कियां थीं। गुरमीत पंजाब में कम्युनिस्ट नेतृत्व वाले महिला संगठन की सक्रिय सदस्य थीं।

गुरमीत और उनका युवा परिवार 1960 में कनाडा चले गए। कनाडा में वे नस्लवाद और फासीवाद के खि़लाफ़, सभी के अधिकारों के लिए संघर्ष में सक्रिय थीं। वे ईस्ट इंडियन डिफेंस कमेटी, पीपल्स फ्रंट अगेंस्ट रेसिस्ट एंड फासिस्ट वायलेंस, डेमोक्रेटिक विमेंस यूनियन ऑफ कनाडा और एसोसिएशन ऑफ इंडियन प्रोग्रेसिव स्टडी ग्रुप्स की संस्थापक सदस्य थीं।

गुरमीत ने दोनों देशों, कनाडा और हिन्दोस्तान में, कम्युनिस्ट आंदोलन में अपना पूरा योगदान दिया। जब तक उनके शरीर और मन में ताक़त थी, तब तक उन्होंने हर सौंपे गए काम को खुशी से निभाया।

हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी की केन्द्रीय समिति की तरफ से, मैं इस अन्तर्राष्ट्रीय कम्युनिस्ट के परिवार और सभी साथियों के प्रति हार्दिक संवेदना प्रकट करता हूँ।

लाल सिंह
महासचिव
हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी

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