प्रथम प्रकाशन अक्तूबर 2021
हिन्दोस्तान के रेल मज़दूर दृढ़तापूर्वक भारतीय रेल के निजीकरण के ख़िलाफ़ संघर्ष कर रहे हैं। निजीकरण के ख़िलाफ़ इस संघर्ष में रेलवे की सभी फैडरेशन और यूनियन एक झंडे तले इकट्ठे हुए हैं – नेशनल कोओर्डिनेशन कमेटी ऑफ़ रेलवेमेन्स स्ट्रगल।
यह पुस्तिका हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी की वेब साईट (hindi.cgpi.org) में मई और जून 2021 के बीच प्रकाशित रेलवे के निजीकरण के ख़िलाफ़ लेखों की श्रृंखला का संकलन है। लेखों को प्रकाशन के लिये संपादित किया गया है। इन लेखों में रेलवे के मज़दूरों व जनसमूह में भारतीय रेल के निजीकरण के खि़लाफ़ बढ़ते विरोध पर प्रकाश डाला गया है। इनसे स्पष्ट होता है कि निजीकरण के कार्यक्रम को परास्त करना जरूरी भी है और मुमकिन भी।