नर्सों का अडिग संघर्ष

चेन्नई के विजया ग्रुप द्वारा संचालित तीन अस्पतालों की लगभग 400 नर्सें बेहतर वेतन की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं। नर्सें यह मांग कर रही हैं कि उनका बेसिक वेतन प्रतिमाह 6320 रुपये से बढ़ाकर 15000 रुपये किया जाये, प्रतिवर्ष बेसिक वेतन का 15 प्रतिशत वृध्दि हो और रात्रि का

चेन्नई के विजया ग्रुप द्वारा संचालित तीन अस्पतालों की लगभग 400 नर्सें बेहतर वेतन की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं। नर्सें यह मांग कर रही हैं कि उनका बेसिक वेतन प्रतिमाह 6320 रुपये से बढ़ाकर 15000 रुपये किया जाये, प्रतिवर्ष बेसिक वेतन का 15 प्रतिशत वृध्दि हो और रात्रि कार्य के लिये भत्ता बढ़ाया जाये।

अपनी मांगों पर जोर देने के लिये नर्सों ने प्रदर्शन और धरने किये हैं। उन पर दबाव डालने के लिये मैनेजमेंट ने नर्सों की हॉस्टल में बिजली काट दी है और खाना बंद करवा दिया है ताकि नर्सों का धरने पर बैठना कठिन हो। परन्तु इसके बावजूद नर्सें अपने संघर्ष पर डटी हैं। अस्पताल मैनेजमेंट हड़ताल को तोड़ने के लिये शारिरिक हमले समेत तरह-तरह की हरकतें कर रहा है परन्तु नर्सें संघर्ष रोकने को तैयार नहीं हैं।

अस्पतालों और क्लिनिकों के मैनेजमेंट इस बात का फायदा उठाकर कि नर्सें मेहनतकश महिलाएं हैं जो अक्सर घर से दूर जाकर काम करने व रहने को मजबूर हैं, उनका खूब शोषण करते हैं। लेकिन  ने कभी अपने शोषण और दमन को बर्दाश्त नहीं किया है और हमेशा अपने अधिकारों व इज्ज़त के लिये संघर्ष किया है।

हाल ही में चेन्नई के अपोलो अस्पताल और अन्य अस्पतालों में नर्सों के बड़े-बड़े संघर्ष हुये हैं। मजदूर एकता लहर चेन्नई के विजया अस्पतालों की नर्सों की हड़ताल का पूरा समर्थन करती है।

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