भ्रष्ट हिन्दोस्तानी लोकतंत्र के खिलाफ़ जन आंदोलन :

लोगों को सत्ता में लाने के लक्ष्य के इर्द-गिर्द बढ़ती राजनीतिक एकता

वर्तमान भ्रष्ट राजनीतिक और आर्थिक व्यवस्था के खिलाफ़ अपना गुस्सा जाहिर करने के लिये, देश के कोने-कोने में, समाज के सभी तबकों से करोड़ों लोग सड़कों पर उतर आये। वे अन्ना हजारे और उनके सत्याग्रह का समर्थन करने को प्रेरित हुये। कई दूसरे जन संगठनों के साथ मिलकर उन्होंने ऐलान किया कि ''हम हिन्दोस्

लोगों को सत्ता में लाने के लक्ष्य के इर्द-गिर्द बढ़ती राजनीतिक एकता

वर्तमान भ्रष्ट राजनीतिक और आर्थिक व्यवस्था के खिलाफ़ अपना गुस्सा जाहिर करने के लिये, देश के कोने-कोने में, समाज के सभी तबकों से करोड़ों लोग सड़कों पर उतर आये। वे अन्ना हजारे और उनके सत्याग्रह का समर्थन करने को प्रेरित हुये। कई दूसरे जन संगठनों के साथ मिलकर उन्होंने ऐलान किया कि ''हम हिन्दोस्तान के मालिक हैं और फैसले लेने का अधिकार मांगते हैं''

कुछ पार्टियों ने यह प्रचार किया कि यह एक मध्यम वर्गी आंदोलन था, परन्तु इस आंदोलन में समाज के सभी तबकों से लोगों ने हिस्सा लिया। इसमें मेहनतकश लोग और बेरोजगार तथा छात्र नौजवान, लड़के और लड़कियां शामिल थीं। हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी ने अनेक दूसरे जन संगठनों के साथ मिलकर, लोगों को सत्ता में लाने के इस जन आंदोलन को समर्थन दिया तथा इसमें भाग लिया। इस आंदोलन में मजदूरों के यूनियन, किसान संगठन, महिला संगठन, नौजवान और छात्र संगठन, छोटे व्यापारियों के संगठन, आटो चालक, आदि तथा लोक राज संगठन जैसे व्यापक जुझारू मोर्चे शामिल थे।

लोक राज संगठन ने विभिन्न रिहायशी बस्तियों में लोगों को संगठित किया और शिक्षित किया तथा जनता को सत्ता में लाने के इस पक्ष-निरपेक्ष आंदोलन में लोगों को लामबंध किया। अपनी वेब साइट के जरिये तथा अपने मुख्य वक्ताओं और कार्यकर्ताओं के निजी प्रयासों के जरिये, देश के अलग-अलग भागों में आयोजित सार्वजनिक सभाओं, नुक्कड़ सभाओं, आदि जैसे संयुक्त कार्यक्रमों में लोक राज संगठन ने सक्रिय भूमिका निभाई। दिल्ली के रामलीला मैदान में 13 दिन के सत्याग्रह के दौरान लोक राज संगठन का नारा और बैनर ''भ्रष्टाचार का एक इलाज, लोक राज, लोक राज!'', यह अति लोकप्रिय बना रहा।

हम यहां लोक राज संगठन द्वारा जारी एक बयान प्रकाशित कर रहे हैं, जिसकी दसों-हजारों प्रतियां देश के अलग-अलग भागों में बांटी गयी हैं। अनेक संगठनों ने इस बयान को अपना समर्थन दिया है, जिनमें शामिल हैं – कनफेडरेशन ऑफ सेन्ट्रल गवरमेंट एम्पलाइज एंड वर्कर्स, मुम्बई; नेशनल फेडरेशन ऑफ पोस्टल एम्पलाइज; एयरपोर्ट अथोरिटी एम्पलाइज यूनियन, महाराष्ट्र; एसोसियेशन ऑफ रेसिडेंट डाक्टर्स; ऑल इंडिया वोलटास एम्पलाइज फेडरेशन; ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसियेशन; पश्चिम और केन्द्र रेल चालकों की ज्वाइंट एक्षन कमेटी; पश्चिम रेलवे मोटर मैन एसोसियेशन; एयर इंडिया एयरक्राफ्ट इंजीनियर्स एसोसियेशन; इंडियन कमर्शियलपाइलट्स एसोसियेशन; म्यूनिसिपल इंजीनियर्स एसोसियेशन, मुम्बई; और लड़ाकू गारमेंट कामगार संगठन।

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